कोरोना के इलाज पर जगी उम्मीद, भारत में 4 वैक्‍सीन जल्द ही अगली स्‍टेज में पहुंच जाएंगी

कोरोना के इलाज पर जगी उम्मीद, भारत में 4 वैक्‍सीन जल्द ही अगली स्‍टेज में पहुंच जाएंगी

सेहतराग टीम

कोरोना कहर अब भी जारी है। लगातर इसके मामले भी बढ़ रहे हैं। इसे रोकने के सारे प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन इसे पूरी तरह से काबू तब ही किया सकेगा जब इसकी वैक्सीन आ जाएगी। फिलहाल भारत में भी ऐसी वैक्सीन पर काम चल रहा है। इस समय देश में 14 वैक्‍सीन का प्री-क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्धन के मुताबिक, इनमें से चार वैक्‍सीन ऐसी हैं जो जल्‍द क्लिनिकल ट्रायल की स्‍टेज में जा सकती हैं।

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किन किन कंपनियों में वैक्सीन पर काम चल रहा है

इस समय सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया अमेरिकी कंपनियों के साथ मिलकर तीन तरह की कोविड-19 वैक्‍सीन डेवलप कर रही है। वहीं Zydus Cadila की दो वैक्‍सीन अभी प्री-क्लिनिकल ट्रायल से गुजर रही है। इसी दौड़ में Bharat Biotech भी शुरुआती टेस्टिंग के फेज में है। कंपनी ने उम्मीद जताई है कि  वह साल के अंत तक वैक्‍सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर देगी। Indian Immunologicals Limited ने ऑस्‍ट्रेलिया की ग्रिफिथ यूनिवर्सिटी से टाईअप किया है।

इसके अलावा Mynvax बेंगलुरु के एक स्‍टार्टअप ने  18 महीने में वैक्‍सीन तैयार करने का दावा किया है। हैदराबाद की Biological E की वैक्‍सीन भी प्री-क्लिनिकल ट्रायल में है। वहीं एंडवास्‍ड स्‍टेज में जाने को तैयार जिन 4 वैक्‍सीन के बारे में हषवर्धन ने कहा, उनके नाम का जिक्र उन्होंने नहीं किया है। लेकिन उम्मीद जरूर दी है।

दुनियाभर में 100 से ज्‍यादा वैक्‍सीन पर हो रहा काम

केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि पूरी दुनिया इसी कोशिश में है कि कोविड-19 की वैक्‍सीन बन जाए। 100 से भी ज्‍यादा वैक्‍सीन हैं जिनपर फिलहाल रिसर्चर्स काम कर रहे हैं। सभी से WHO कोऑर्डिनेट करता है।

इसके साथ ही ब्रिटेन में वैक्‍सीन का ट्रायल सेकेंड फेज में हैं। वहां इंसानों पर टेस्‍ट किए जा रहे हैं। थाइलैंड में भी कोरोना वायरस की वैक्सीन ट्रायल अगले स्‍टेज में पहुंच गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, यहां चूहों पर सफल टेस्ट के बाद बंदरों पर वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो चुका है। थाइलैंड ने कहा है कि छह से सात महीने में कोरोना की वैक्सीन तैयार हो सकती है।

DBT को मिली है अहम जिम्‍मेदारी

घरेलू कंपनियों के लिए रेगुलेटरी क्लियरेंस देने और गाइडलाइंस तैयार करने का काम शुरू हो चुका है। भारत वैक्‍सीन का सॉलिडैरिटी ट्रायल शुरू करने के लिए WHO के टच में है। कोरोना की वैक्सीन, दवा और डायग्‍नोस्टिक्‍स को परखने का जिम्‍मा DBT को सौंपा गया है। DBT ने 500 प्रस्तावों की समीक्षा के बाद कई कंपनियों को फंडिंग दी है।

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वैक्सीन डेवलपमेंट नोटिफिकेशन जल्‍द

DBT ने कोएलिशन फॉर वैक्सीन प्रीपैयर्डनेस इनोवेशंस (CEPI) और अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) से हाथ मिलाया है। रिसर्च वर्क में तेजी के लिए DBT जल्‍द ही वैक्सीन डेवलपमेंट नोटिफिकेशन जारी करेगा।

 

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